Star life cycle in hindi | तारों का जीवन चक्र

Star life cycle in hindi | तारों का जीवन चक्र, नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी का एक बार फिर हमारी Website Be RoBoCo में, आज एक बार हम फिर हाजिर हैं आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी को लेकर जिसे हम Star life cycle in hindi | तारों का जीवन चक्र, के नाम से जानते हैं।

दोस्तो क्या आपने भी ब्लैक होल कैसे बनता है, चंद्रशेखर सीमा क्या है, और तारों का अंत कैसे होता है, आदि के बारे में Search किया है और आपको निराशा हाथ लगी है ऐसे में आप बहुत सही जगह आ गए है, आइये न्यूट्रॉन तारा क्या है, और pulser तारा क्या है, ​आदि के बारे में बुनियादी बाते जानते है।

तारों से प्रकाश और अन्य चीजों के उत्सर्जन का अध्ययन करके, खगोलविद उनके गुणों, जैसे द्रव्यमान और तापमान का अनुमान लगाते हैं। हम यह भी देख सकते हैं कि समय के साथ तारे कैसे बदलते हैं, जैसे कि वे कैसे बढ़ते और सिकुड़ते हैं?

आज के इस लेख में हम इसी बात के बारे में जानने वाले है कि तारों का जीवन चक्र कैसा होता है? यदि आपको स्टार के जीवन चक्र के बारे में नहीं पता और आप हमारे इस लेख में आ गए हैं तो हम अब आपको विश्वास दिलाना चाहते हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद आपको तारों के जीवन चक्र से संबंधित कोई भी doubt नहीं रहेगा, तो लेख के अंत तक बने रहें, चलिए शुरू करते हैं। 

Table of Contents

Star life cycle in hindi | तारों का जीवन चक्र

Star life cycle in hindi | तारों का जीवन चक्र, दोस्तो क्या आपने भी ब्लैक होल कैसे बनता है, चंद्रशेखर सीमा क्या है, और तारों का अंत कैसे होता है, आदि


Stages of Life of star in hindi

स्टार की लाइफ के दो स्टेज होते हैं।

1. First stage

2. Second stage

अब यहां पर प्रश्न ये उठता है कि हमें कैसे पता चले कि किस तारे का जीवन First stage के अनुसार है और किस तारे का second stage के अनुसार।

तो इसके लिए यह concept सामने आया कि आप सबसे पहले तारे के आकार का निर्धारण कीजिए। यदि तारे का आकार छोटा है तो वह फर्स्ट स्टेज में आएगा और यदि तारे का आकार बड़ा है तो वह दूसरी स्टेज के अंतर्गत आएगा।

अब समस्या यह आती है कि तारों के आकार का निर्धारण कैसे करें हमें कैसे पता चले कि कौन सा तारा छोटा और कौन सा तारा बड़ा है। इस समस्या का समाधान वैज्ञानिक एस चंद्रशेखर ने दिया।

चंद्रशेखर सीमा का निर्धारण

वैज्ञानिक चंद्रशेखर ने बताया कि यदि कोई तारे का द्रव्यमान, सूर्य के द्रव्यमान का 1.4 गुना से छोटा है, तो तारा छोटा होगा और यदि किसी तारे का द्रव्यमान, सूर्य के द्रव्यमान का 1.4 गुना के बराबर या उससे अधिक है, तो तारा बड़ा होगा।

इसप्रकार सूर्य के द्रव्यमान का 1.4 गुना चंद्रशेखर सीमा कहलाता है। सबसे पहले black hole theory (🕳️) को  एस चंद्रशेखर के द्वारा ही समझाया गया। उन्होंने बोला केवल वही तारे, ब्लैक होल बना सकते हैं जिनका द्रव्यमान चंद्रशेखर सीमा से ज्यादा हो।

Life of star ⭐

1. चंद्रशेखर सीमा से कम यानी कि छोटा तारा – यह तारा सबसे पहले planetary nebula (नेबुला) में बदलता है। इसके बाद white dwarf (श्वेत वामन) में और फिर black dwarf (कृष्ण वामन) में बदलता है और इसके बाद इसका जीवन चक्र समाप्त हो जाता है।

2. चंद्रशेखर सीमा से ज्यादा यानी कि बड़ा तारा – बड़े तारे का अंत ठीक वैसा ही होता है जैसे मानव जाति में किसी इंसान का अंत होता है। एक इंसान अपना अंत होने से पहले दूसरे इंसान को जन्म देता है और यही कार्य बड़ा तारा भी करता है। बड़ा तारा (Supernova), महा विस्फोट के जरिए नए तारों को पैदा करता है।

अब जो बड़ा तारा (जिसमें छोटे तारों को पैदा किया है) के अन्दर जो थोड़ी बहुत चीजें बची हुई हैं, यह उनके साथ न्यूट्रॉन तारे में बदल जाता है।

Neutran star (न्यूट्रान तारा) चक्रण के अनुसार दो भागों में बांट दिया जाता है। 

1. Pulser – जिन न्यूट्रॉन तारों का rotation बहुत ही high speed से होता है, वे pulser कहलाते है।

2. Black hole – जो न्यूट्रॉन तारे धीमे गति से rotation करते है, वे black hole का निर्माण करते है। इनकी gravity बहुत ज्यादा होती है और जो भी इनकी gravity में आता है बाहर नहीं निकल पाता है।

ब्लैक होल को आप कुछ इस तरह से समझ सकते हैं कि यदि आप किसी कमरे में है और उस कमरे में आप किसी बल्ब💡 को ऑन करते है तो पूरे कमरे में प्रकाश हो जाता है क्योंकि  प्रकाश का कमरे की दीवारों से reflection होता है, लेकिन यदि कहीं ऐसा हो कि प्रकाश की तरंगे जाएं और वापस लौट के ही ना आए तो उस जगह अंधेरा होगा।

Gravity ज्यादा होने की वजह से black hole (🕳️) से तरंगे वापस ही नहीं आ पाती है तो वहां पर घुप्प अंधेरा होता है। इसप्रकार से ब्लैक होल का formation होता है।

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आपने क्या सीखा

उपरोक्त लेख Star life cycle in hindi | तारों का जीवन चक्र, के माध्यम से हमने आपको ब्लैक होल कैसे बनता है, चंद्रशेखर सीमा क्या है, न्यूट्रॉन तारा क्या है और pulser तारा क्या है, आदि से जुड़ी हुई जानकारी बहुत ही डिटेल्स में दी है।

मुझे पूरी उम्मीद है आपको यह जानकारी बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें और हमसे जुड़े रहने के लिए हमारे YouTube Channel को भी जरूर Subscribe 🔔 कर ले क्योंकि मैं आपके लिए ऐसे ही बेहतर जानकारी लेकर आता हूं।

लेख के अंत तक बने रहने के लिए धन्यवाद।

Gaurav Sahu
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